लॉकडाउन में पति की मौत, किरायेदार के साथ पत्नी फरार
लॉकडाउन के दौरान एक पत्नी अपने पति की मौत के बाद अपने किरायेदार के साथ फरार हो गई। दो बेटियों को भी साथ ले गई, जबकि तीन नाबालिग बेटों को छोड़ गई। महिला प्रॉपर्टी पर कब्जा करने प्रेमी के साथ घर पहुंची लेकिन, बेटों ने मां को अपनाने से इन्कार कर दिया।
मामला बरेली के इज्जतनगर का है। जानकारी के अनुसार रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी की पांच साल पहले टांग टूट गई। इसके बाद उनकी पत्नी किरायेदार के साथ भाग गई थी। जाते समय महिला दो बेटियों को साथ ले गई थी, जबकि आठ, 10 व 12 वर्षीय बेटों को छोड़ गई।
बच्चों की मुंह बोली भाभी प्रियंका और उसके पति राकेश ने बच्चों की देख रेख की। उन्होंने बताया कि रेलवे कर्मचारी का लॉकडाउन में 20 अप्रैल को देहांत हो गया। दुखद सामाचार सुनकर मृतक की पत्नी प्रेमी संग आई और प्रॉपर्टी बेचकर बच्चों को अपने साथ ले जाने की बात कहने लगी। इस पर मोहल्ले के कुछ लोगों ने दोनों आरोपियों को भगा दिया।
बच्चों ने मां को अपनाने से इनकार कर दिया। मृतक के तीनों बेटों ने बताया कि राकेश की मदद से उन्होंने एक विधायक से बात कर अपनी परेशानी बताई। विधायक ने थाने फोन कर जाने का कहा। वह राकेश के साथ इज्जतनगर थाने पहुंचे। उन्होंने मां से जान का खतरा बताते हुये तहरीर दी। थाना पुलिस ने किशोरों को चौकी से मदद मांगने की बात कहकर चलता कर दिया।
लॉकडाउन के दौरान एक पत्नी अपने पति की मौत के बाद अपने किरायेदार के साथ फरार हो गई। दो बेटियों को भी साथ ले गई, जबकि तीन नाबालिग बेटों को छोड़ गई। महिला प्रॉपर्टी पर कब्जा करने प्रेमी के साथ घर पहुंची लेकिन, बेटों ने मां को अपनाने से इन्कार कर दिया।
मामला बरेली के इज्जतनगर का है। जानकारी के अनुसार रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी की पांच साल पहले टांग टूट गई। इसके बाद उनकी पत्नी किरायेदार के साथ भाग गई थी। जाते समय महिला दो बेटियों को साथ ले गई थी, जबकि आठ, 10 व 12 वर्षीय बेटों को छोड़ गई।
बच्चों की मुंह बोली भाभी प्रियंका और उसके पति राकेश ने बच्चों की देख रेख की। उन्होंने बताया कि रेलवे कर्मचारी का लॉकडाउन में 20 अप्रैल को देहांत हो गया। दुखद सामाचार सुनकर मृतक की पत्नी प्रेमी संग आई और प्रॉपर्टी बेचकर बच्चों को अपने साथ ले जाने की बात कहने लगी। इस पर मोहल्ले के कुछ लोगों ने दोनों आरोपियों को भगा दिया।
बच्चों ने मां को अपनाने से इनकार कर दिया। मृतक के तीनों बेटों ने बताया कि राकेश की मदद से उन्होंने एक विधायक से बात कर अपनी परेशानी बताई। विधायक ने थाने फोन कर जाने का कहा। वह राकेश के साथ इज्जतनगर थाने पहुंचे। उन्होंने मां से जान का खतरा बताते हुये तहरीर दी। थाना पुलिस ने किशोरों को चौकी से मदद मांगने की बात कहकर चलता कर दिया।
Tags:
News