दवा मिलते ही अमेरिका ने मारी पलटी, व्हाइट हाउस ने ट्विटर पर मोदी को किया अनफॉलो

दवा मिलते ही अमेरिका ने मारी पलटी, व्हाइट हाउस ने ट्विटर पर मोदी को किया अनफॉलो



व्हाइट हाउस ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा मिलने के बाद पीएम मोदी समेत सभी भारत से जुड़े ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया है.

व्हाइट हाउस ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा मिलने के बाद पीएम मोदी समेत सभी भारत से जुड़े ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया है.
व्हाइट हाउस ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा मिलने के बाद पीएम मोदी समेत सभी भारत से जुड़े ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया है.
कुछ दिन पहले जब कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारत ने अमेरिको को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा भेजी तो डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी को महान शख्स बताया था. वहीं जब अमेरिका ने भारत से यह दवा मांगी थी तो उसी दौरान व्हाइट हाउस ने पीएम मोदी सहित भारत के 6 ट्विटर हैंडल को फॉलो करना शुरू किया था. लेकिन अब अमेरिका ने फिर पलटी मारी है. दवा मिलने के कुछ दिन बाद ही व्हाइट हाउस ने एक बार फिर मोदी समेत इन सभी हैंडल को अनफॉलो कर दिया है. अब व्हाइट हाउस के ट्विटर हैंडल पर फॉलोइंग की संख्या 13 रह गई है.

भारत के 6 ट्विटर हैंडल को फॉलो किया था

भारत ने जब कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन देने का फैसला लिया, उसके बाद 10 अप्रैल को व्हाइट हाउस के ट्विटर हैंडल ने मोदी समेत भारत के 6 ट्विटर हैंडल को फॉलो किया. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति भवन, अमेरिका में भारतीय दूतावास और भारत में अमेरिकी दूतावास का ट्विटर हैंडल था. इनके अलावा भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर को भी फॉलो किया गया था. इन सभी के साथ व्हाइट हाउस के द्वारा फॉलो किए जाने वाले लोगों की संख्या 19 हो गई थी, जिसमें अमेरिकी के अलावा सभी विदेशी हैंडल भारत से जुड़े थे.

अब सिर्फ 13 हैंडल रह गए

व्हाइट हाउस द्वारा फॉलो किए जा रहे ट्विटर हैंडल की संख्या अब 13 रह गई है. इसमें सअेफेनी ग्रीशम, डोनाल्ड ट्रम्प, मेलानिया ट्रम्प, प्रेसिडेंट ट्रम्प, यूएस के वाइस प्रेसिडेंट माइक पेंस, OMB प्रेस, NSC, द कैबिनेट, केलाने कॉनवे, डैन स्काविनो जूनियर, सेकंड लेडी कारेन पेंस, काइले मैक एनेनी शामिल हैं. ये सभी हैंडल सिर्फ अमेरिकी प्रशासन, डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े ट्विटर हैंडल हैं.

भारत ने यूएस को भेजी थी दवा

गौरतलब है कि भारत ने बड़ी संख्या में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की दवाई को अमेरिका को भेजी गई थी. ना सिर्फ अमेरिका बल्कि दुनिया के कई बड़े देशों को ये दवाई भारत की ओर से दी गई है. वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि भारत में तैयार हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा कोरोना से लड़ने में सक्षम है और वायरस का असर तेजी से खत्म कर देती है. इसके बाद से दुनियाभर के देशों में इस दवा की मांग बढ़ गई. इस दवा को मांगने के लिए खुद अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी.
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