हां मैं आज भी जिंदा हूं महाराणा प्रताप जय राजपूताना जय महाराणा प्रताप जय हिंद

 
हां मैं आज भी जिंदा हूं महाराणा प्रताप जय राजपूताना जय महाराणा प्रताप जय हिंद
तो हेलो दोस्तो आज आपको बताऊंगा कि महाराणा प्रताप वीर  जिंदा है
तो दोस्तों स्टार्ट करते हैं हेलो दोस्तो मैं बचपन से ही महाराणा प्रताप की कहानियां पढ़ता था और उनके पूरा परिचय के बारे में जानता था पढ़ता था कि महाराणा प्रताप ऐसे वीर थे जिन्होंने अपनी मातृभूमि के लिए अपना बलिदान भी निछावर कर दिया उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि की रक्षा के लिए पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा में लगा दिया महाराणा प्रताप का बस एक ही संकल्प था कि इस देश और मातृभूमि की रक्षा करें और जो  मुगल अकबर को इस देश से निकाले और यह महाराणा प्रताप का सपना भी पूरा हो गया दोस्तों आप सब महाराणा प्रताप की कहानियां तो बचपन से सुनते आ रहे हो गए आप सबको पता है कि महाराणा प्रताप बहुत बड़ा वीर थे और देश भगत भी थे  आपने सुना कि महाराणा प्रताप का घोड़ा था उसका नाम से चेतक था और वह घोड़ा पवन से भी तेज होता था और महाराणा प्रताप का घोड़ा इतना समझदार था आप सबको पता है कि महाराणा प्रताप का जो चेतक था उन्होंने भी मातृभूमि की रक्षा के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ी थी
चेतक घोड़ा पशु नहीं था एक भगवान का रूप था
और आपको पता है कि चेतक 300  किलो का वजन उठाकर पवन से भी तेज युद्ध की भूमि में और और जब चेतक युद्ध भूमि में घायल हो गया था चेतक की टांग कट गई थी एक फिर भी एक नदी को पार कर दिया था  और आपको पता है कि महाराणा प्रताप जब भी युद्ध में हो जब भी युद्ध में उतरते थे तो वह अपने हाथ में दो तलवार 80 किलो का भाला से लड़ते थे और जब भी महाराणा प्रताप दुश्मन पर वार करते थे दुश्मन और घोड़े दोनों कट जाते थे आप अनुभव  लगा सकते हैं महाराणा प्रताप की ताकत के बारे में दोस्तों अब मेरी कुछ बातें हैं आज आपको बताना चाहता हूं तो स्टार्ट करते हैं दोस्तों आप सबको पता है कि महाराणा प्रताप की सीरियल आती थी तो वह मैं कभी नहीं देख पाता था मेरे बहुत सारे फ्रेंड को रोज देखते थे पर मैं कभी नहीं देख पाता था क्योंकि दोस्तों जब भी मैं महाराणा प्रताप की सीरियल देखता था तो मेरे आंखों में से आंसू आ जाते क्योंकि वह सीरियल ही ऐसी थी जो नहीं रो सकता उसको भी रुला देते  है
क्योंकि इस सीरियल में सब मातृभूमि के बारे में दर्शाया गया है उस टाइम महाराणा प्रताप अपने मातृभूमि की रक्षा कैसे करते थे हिंदू हिंदू वीर घायल होने पर भी लड़ते थे महाराणा प्रताप जंगलों में रखकर घास की रोटी खाते थे और मन हो दिल में सिर्फ एक ही सपना था किस मातृभूमि की रक्षा के लिए बलिदान त्याग दें और दोस्तों मेरा एक सपना था था कि मैं उदयपुर जाओ हल्दीघाटी देखो महाराणा प्रताप की तलवार देखो उनके कवच देखो तो दोस्तों में मैं कभी उदयपुर नहीं गया आखिर में वह समय आ गया 22 साल बाद उदयपुर जाने का जाते वक्त बहुत सारा ख्याल आए थे कि मैं महाराणा प्रताप को देखूंगा उनके जंगल देखूंगा कैसे रहते थे कैसे मातृभूमि की रक्षा कर देते हैं जब मैं मैं हमेशा बस खिड़की के पास से बस  घाट देख रहा था और बस का सफर कर रहे थे तो अचानक एक बहुत बड़ा जंगल आया  रणकपुर का घाटा बहुत बड़ा था और मैं का वीडियो ले रहा था और मन में सोचा था कि यहां पर महाराणा प्रताप रहते हैं आज भी रहते हैं उनका मुझे दर्शन हो जाए तो मैं खूब नसीब हूं क्योंकि यह रणकपुर तो महाराणा प्रताप की भूमि है या आज भी महाराणा प्रताप अपने लोगों की रक्षा करते हैं अपने वीर भाई आदिवासियों की रक्षा करते हैं क्योंकि आज भी महाराणा अमर है उन लोगों के दिलों में हर हिंदुस्तानी के दिलों में  अमर है हेलो दोस्तो दूसरी बार फिर उदयपुर आने का सफर मिला वह नाइट सफर था मैंने अपने दोस्त को बोला भाई एग्जाम देने  morning me निकलेंगे तो वह माना नहीं क्योंकि सुबह सफर करेंगे तो राणकपुर वापस देखने को मिलेगा ओर बलिदान वाली युद्ध  क्षेत्र देखने को मिलेगा
दोस्तो पर हम फिर घर लौट आए ओर मेरी किस्मत खराब थी मेने कुछ भी नही देख पाया किले हल्दी घाटी 
ओर दोस्तो तीसरी आएंगे उदयपुर तो 10 दिन तक रुकेंगे पूरा उदयपुर घूमेंगे और दोस्तों आज भी महाराणा प्रताप अमर है जिंदा है हजारों हिंदुओं के दिलों में और महाराणा प्रताप आज की उदयपुर अपने आदिवासी उदयपुर वासियों की रक्षा करता है और ऐसे ही सुर वीरों को नमन है जय महाराणा प्रताप जय एकलिंग जी

अगर दोस्तों कुछ लिखने में मिस्टेक हो गई है तो माफ कर देना गलती इंसान से होती है और माफ करने वाला भी  होता है और उन गद्दारों को भी कहता हूं जो अकबर को  महान  बताते हैं
 महाराणा प्रताप महान  थे  और आगे भी रहेगा

हेलो दोस्तो अगर कोई भी गलती है तो अपना भाई समझ कर माफ कर देना और कमेंट करके जरूर बताएं कि मेरी यह कहानी आप लोगों को कैसे लगी और अपने दोस्तों को भी शेयर करें और एक बार फिर से माफी मांगता हूं अगर कोई भी लिखने में गलती हो जाए तो माफ कर देना

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